शहडोल: मध्यप्रदेश का संवेदनाओं को तार-तार कर देने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक बेटे की बेबसी है और सरकार की योजनाओं के खोखले दावों हकीकत भी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह वीडियो मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में एक सरकारी अस्पताल के बदइंतजामी के बाद सामने आया है. अस्पताल से शव ले जाने के लिए वैन उपलब्ध नहीं कराए जाने पर, पीड़ित बेटे को अपनी मां का शव मजबूरन बाइक से ले जाना पड़ा. मां के शव के साथ बेटे को 50 किमी. से भी ज्यादा की दूरी तय करनी पड़ी.
मध्यप्रदेश की अमानवीय तस्वीर
मध्यप्रदेश का यह अमानवीय वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अब तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो को देखने के बाद लोग सरकार और अस्पताल की बदइंतजामी की आलोचना करते नहीं थक रहे. मृतक महिला की पहचान मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित अनूपपुर जिले के निवासी जयमंत्री यादव के रूप में हुई है.
In the Shahdol district in MP, a man was forced to tie his dead mother's body to a motorcycle and ride it back to his village 80 km away as the district hospital didn't provide a hearse van. The man couldn't afford private vehicles that asked for Rs 5,000 for the trip. pic.twitter.com/yXalDRP876
— Kanwal Chadha (@KanwalChadha) August 1, 2022
महिला की अस्पताल में हो गई थी मौत
कुछ दिनों पहले उन्हें सीने में तेज दर्द के साथ सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल के एक कर्मचारी ने सोमवार बताया कि उनकी हालत बिगड़ने पर अनूपपुर जिला अस्पताल के अधिकारियों ने उन्हें शहडोल जिले के एक मेडिकल कॉलेज-सह-जिला अस्पताल में रेफर कर दिया. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
बेटे को बाइक से ले जाना पड़ा शव
महिला की मौत के बाद उसके बेटे ने शव को दाह संस्कार के लिए घर ले जाने के लिए शव का इंतजाम करने की कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उस वक्त अस्पताल में शव ले जाने के लिए कोई वैन उपलब्ध नहीं था. परिवार ने एक निजी एम्बुलेंस की व्यवस्था करने की कोशिश की. लेकिन भाड़ा ज्यादा होने पर उन्होंने शव को बाइक पर ले जाने का फैसला किया. इसके बाद शव को एक बेडशीट में लपेटा गया और बाइक पर बांधा गया.
पहले भी सामने आ चुकी हैं ऐसी घटनाएं
बता दें कि मध्यप्रदेश में यह पहली ऐसी घटना नहीं है जहां एंबुलेंस न होने के कारण परिजनों को खुद ही शव लेकर जाना पड़ा. गुना जिले में अस्पताल प्रशासन द्वारा वैन उपलब्ध कराने से इंकार करने पर 11 जुलाई को एक 8 वर्षीय बच्चे को अपने दो वर्षीय भाई के शव को घर ले जाने के लिए वाहन का इंतजार करते देखा गया था.