देहरादून: चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष बनने के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत इन दिनों खासा सक्रिय हैं। फेसबुक पर उन्होंने सरकार आने पर भविष्य की योजनाओं को लेकर अभी से खुलकर बोलना शुरू कर दिया है। फेसबुक पर हरदा ने लिखा कि मैंने जगरियों को पेंशन से नवाजा। लेकिन हुड़कियों को नहीं दे सका। इसलिए मैं उनसे क्षमा के साथ वादा करता हूं कि सरकार आएगी तो अब भी पेंशन के पात्र होंगे। वहीं, छह माह के भीतर हर सूखे नल में पानी भी लाकर दिखाएंगे।
पूर्व सीएम हरदा इन दिनों अपने व भाजपा सरकार के कार्यकाल व योजनाओं का आंकलन भी कर रहे हैं। अक्सर वो आरोप लगाते हैं कि प्रचंड बहुमत की भाजपा सरकार ने सिर्फ ईष्र्या के चलते कई जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया। जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए था। क्योंकि, यह जनता के हितों के साथ खिलवाड़ है। वहीं, अब हरदा इंटरनेट मीडिया के माध्यम से लोगों ने नए वादे भी कर रहे हैं। कहा कि सूखे नल भाजपा सरकार की पहचान बन चुके हैं। अब भी छह माह का समय बाकी है। अगर छह माह में भी पानी नहीं आया तो मेरा वादा है कि सरकार आने पर अगले छह माह में इन सूखे नलों में पानी लाएंगे।
मैं दीये की लौ में पढ़ता था, मां भी जगी रहती थीं
हरदा ने फेसबुक पोस्ट पर लिखा कि बच्चे की पढ़ाई में मां का अभूतपूर्व योगदान होता है। जब मैं इस योगदान की चर्चा कर रहा हूं तो मुझे अपनी अनपढ़ मां की याद आ रही है, मेरे आंखों में आंसू हैं। दिये की टिमटिमाती लौ में जब मैं अपनी परीक्षा की तैयारी कर रहा होता था तो मेरी मां मेरे साथ जगी रहती थी। वो बीच-बीच में मुझे थोड़ा-थोड़ा दूध लाकर के देती थी। बचपन में मेरी पाटी कम चमकीली न दिखाई दे, उस समय जो लकड़ी की पाटी होती थी, अपनी धोती के किनारे से उसको जाते-जाते और चमकाने का प्रयास करती थी। आज परिदृश्य के साथ तकनीक भी बदल गई। मगर मां का समर्पण बच्चों की पढ़ाई के लिए उतना ही गहरा है। मैं ऐसी माताओं जिनके बच्चे बोर्ड की परीक्षाओं में 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक हासिल कर रहे हैं, उनके पुरस्कार की एक विशेष योजना प्रारंभ करना चाहूंगा, काश मैं ऐसा कर सकूं।