देहरादून: डेंगू के तीन मामले आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इससे निपटने के लिए अपनी तैयारियों को धार देना शुरू कर दिया है। देहरादून जिले में डेंगू के मरीजों के इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड तैयार कर लिए हैं, जिनमें 111 बेड हैैं। जरूरत पडऩे पर यहां अतिरिक्त बेड का भी इंतजाम किया जाएगा। फिलहाल, जिन अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड तैयार किए गए हैं, उनमें दून से लेकर चकराता और कालसी तक के अस्पताल शामिल हैं। मानसून ने डेंगू के लिए जिम्मेदार एडीज मच्छरों के प्रजनन लायक स्थिति पैदा कर दी है। बीते वर्षों में डेंगू शहर में जमकर कहर बरपा चुका है। हालांकि, पिछले साल कुछ राहत रही और राज्य में डेंगू का एक भी मामला नहीं आया। लेकिन, इस साल अब तक दून में डेंगू के तीन मामले आ चुके हैं। ऐसे में डेंगू की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीमें लगातार मोर्चे पर डटी हैं।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण अधिकारी सुभाष जोशी ने बताया कि डेंगू के मरीजों के लिए आइसोलेशन बेड तैयार कर लिए गए हैं। इसके अलावा सात अस्पतालों में डेंगू की एलाइजा जांच की सुविधा प्रदान की जा रही है। इनमें दून के अलावा विकासनगर व ऋषिकेश के अस्पताल भी शामिल हैं।
अस्पतालों में तैयार बेड की संख्या
- डोईवाला सीएचसी-5
- विकासनगर सीएचसी-20
- प्रेमनगर सीएचसी-16
- एसपीएस ऋषिकेश-2
- कालसी सीएचसी-10
- कोरोनेशन अस्पताल-30
- गांधी शताब्दी अस्पताल-20
- सहसपुर सीएचसी-2
- रायपुर सीएचसी-6
यहां है डेंगू की जांच की व्यवस्था
- गांधी शताब्दी अस्पताल
- कोरोनेशन अस्पताल
- रायपुर अस्पताल
- प्रेमनगर अस्पताल
- दून मेडिकल कालेज अस्पताल
- विकासनगर सीएचसी
- एसपीएस ऋषिकेश
जिला अस्पताल में भर्ती मरीज की रिपोर्ट निगेटिव
डेंगू को लेकर उपजी चिंता के बीच स्वास्थ्य विभाग को रविवार को कुछ राहत मिली। जिला चिकित्सालय (कोरोनेशन अस्पताल) में भर्ती हरभजवाला निवासी व्यक्ति की डेंगू की एलाइजा रिपोर्ट निगेटिव आई है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण अधिकारी ने बताया कि मरीज की रैपिड टेस्ट की रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। हालांकि, यह जांच मान्य नहीं है। एलाइजा जांच में रिपोर्ट निगेटिव आई है।