नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी दलों को एकजुट करने की कवायद शुरू हो गई है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 20 अगस्त को एक अहम बैठक बुलायी है. इसमें समान विचारधारा वाली पार्टियों के नेता शामिल होंगे. बैठक वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर होगी. सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी शामिल होंगी. बता दें कि ममता बनर्जी सहित कई विरोधी दल के नेताओं को इस बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया गया है.
बता दें कि विधासनभा चुनाव के बाद पहली बार दिल्ली दौरे पर गईं ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी. उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ सहित अन्य नेताओं से भी मुलाकात की थी. दोनों नेताओं ने एक साथ काम करने पर सहमति जताई थी. बता दें कि टीएमसी लगातार बीजेपी के खिलाफ विरोधी पार्टियों को एकजुट करने की कवायद कर रही हैं. बता दें कि झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने भी बैठक में शामिल होने को लेकर सहमति जताई है. इस बाबत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने अपने आवास पर विरोधी दलों के नेताओं के साथ बैठक की थी.
संयुक्त मोर्चा के गठन की चल रही है कोशिश
20 अगस्त को सोनिया गांधी ने बैठक बुलाई है. बैठक में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत लेफ्ट के अलावा कई नेताओं को एक प्लेटफॉर्म पर आने के लिए निमंत्रण भेजा है. बहरहाल, 20 अगस्त को आयोजित बैठक को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों का एक संयुक्त मोर्चा बनाने के रूप में भी देखा जा रहा है.
विरोधी दलों को एकजुट करने की कवायद
मानसून सत्र के दौरान विपक्षी दल एकजुटता दिखा चुके हैं. दोनों सदनों में कई मुद्दों पर जमकर हंगामा हो चुका है. कई मुद्दों पर सदन में चर्चा नहीं होने पर इसका विरोध करते हुए संसद से विजय चौक तक मार्च भी निकाला गया था. सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई मीटिंग में जातिगत जनगणना, पेगासस और किसानों के मुद्दे पर चर्चा हो सकती है. हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सभी नेता एक साथ वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर आपस में चर्चा करेंगे या वन-टू-वन मीटिंग होगी.