देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अफगानिस्तान में फंसे उत्तराखंड वासियों को सकुशल वापस लाने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने इस संबंध में विदेश मंत्रालय से बात कर आवश्यक कार्यवाही का अनुरोध भी किया है। अफगानिस्तान में सत्ता परिवर्तन के बाद वहां के हालात काफी नाजुक बने हुए हैं। उत्तराखंड के भी कई लोग अफगानिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। वहां के घटनाक्रम के बाद से ही उनके स्वजन चिंतित हैं। वे लगातार वहां के घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं। इसके साथ ही वे प्रदेश सरकार की ओर भी बड़ी आशा भरी नजरों से देख रहे हैं। कई व्यक्तियों ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित वीडियो इंटरनेट मीडिया में डाल कर मदद की गुहार भी लगाई है।
इसके बाद सक्रियता दिखाते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को इस संबंध में विदेश मंत्रालय से बात कर उत्तराखंड वासियों की सकुशल वापसी के लिए आवश्यक कार्यवाही का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि अफगानिस्तान में उत्तराखंड के जो लोग फंसे हुए हैं, उन्हें सकुशल वापस लाने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। ये लोग जल्द ही सकुशल अपने घर वापस आ जाएंगे। केंद्र सरकार द्वारा अफगानिस्तान से प्रत्येक भारतीय की वापसी सुनिश्चित की जा रही है।
अफगानिस्तान से आकर देहरादून में रहने वाले अफगान बादशाह दोस्त मोहम्मद की चौथी पीढ़ी के सदस्य सरदार मोहम्मद अली खान के मुताबिक काबुल सहित समूचे अफगानिस्तान से महिलाओं और बच्चों पर जुल्म की खबरें आ रही हैं।अली खान जी से अफगानिस्तान के मौजूदा हालातों पर चर्चा हुई। pic.twitter.com/XrjDpIAAlC
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 18, 2021
अफगानिस्तान में फंसे हैं पछवादून के चार लोग
अफगानिस्तान में मची अफरा-तफरी से पछवादून के भी चार परिवार परेशान हैं, जिनके सदस्य अफगानिस्तान में फंसे हैं। हालांकि सभी से उनके स्वजन फोन पर बात कर चुके हैं। अफगानिस्तान में फंसे पछवादून के चार पूर्व सैनिकों में से तीन सहसपुर विधानसभा के तेलपुरा अटकफार्म गांव के हैं, जबकि एक विकासनगर विधानसभा क्षेत्र के तेलपुर का निवासी है। इनमें तेलपुरा के एक पूर्व सैनिक के बुधवार को भारत लौटने की उम्मीद है।
भाजपा के सुद्धोवाला मंडल अध्यक्ष व तेलपुरा निवासी सुखदेव फर्सवाण ने बताया कि उनके गांव के पूर्व सैनिक कमल थापा पुत्र कुलबहादुर थापा, पूरण थापा पुत्र पान सिंह थापा और विक्रम आले अफगानिस्तान में अमेरिकी दूतावास व उनके अधीन कंपनियों में सुरक्षा गार्ड के पद पर तैनात हैं। विक्रम आले से उनकी फोन पर बात हुई है, जो काबुल से कतर पहुंच चुके हैं। उम्मीद है कि वह सुबह देश वापसी के लिए फ्लाइट में बैठेंगे। वहीं, विकासनगर विधानसभा क्षेत्र के तेलपुरा निवासी पूर्व सैनिक संदीप राणा काबुल में संयुक्त राष्ट्र संघ के कैंप कार्यालय में सुरक्षा गार्ड के पद पर तैनात है। सुरक्षा गार्ड की पत्नी भावना और दो बेटे अर्पित, अरिहंत और उनकी मां आशा यहां तेलपुरा में रहते हैं। संदीप राणा पिछले साल जनवरी में अफगानिस्तान गए थे, तब से घर नहीं लौटे।