जलगांव: महाराष्ट्र के जलगांव जिले के जामनेर तालुका में लोग अपनी ज़िंदगी दहशत में गुजारने को मजबूर थे। और दहशत इतनी थी के लोग डर की वजह से घर से भी नहीं निकाल रहे थे। इलाके में भूत होने की चर्चा थी जो रात के अंधेरे में निकलता था। लोगों मे ये भी चर्चा थी की भूत उल्टे पैर चलता है, उसका सिर भी नहीं है। और लोगों को परेशान करता है उनके साथ मारपीट करता है। लेकिन अब उस भूत का इलाके में कहीं वजूद नहीं है। उस भूत का “भूत” उतारने मे पुलिस कामयाब रही। और उस भूत को पकड़ने में फत्तेपुर पुलिस ने कामयाबी पाई है। अब फत्तेपुर पुलिस पहुर इलाके में भूत की दहशत फैलाने वालों का भूत उतार रही है। और ये सिलसिला लगातार जारी है। भूत का कथित वीडियो वायरल करने वाले तीन लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया है। आरोपियों ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया है। इन्होंने लोगों को डराने के लिए भूत का कथित वीडियो वायरल किया था। इससे पहुर, फत्तेपुर, देऊलगांव के आस-पास दहशत फैल गई थी। लेकिन अब माहौल शांत है।
ये है पूरा मामला
दरअसल पकड़े गए आरोपियों ने रात के अंधेरे में रास्ते पर खड़ी एक कार में बैठकर वीडियो बनाया था तकनीक की मदद से उन्होंने एक बिना सिर का लड़का और रास्ते पर उल्टे पैर चलने वाली एक महिला के दृश्य शूट किए और उसे एडिट किया। आरोपियों ने कार के डीपर लाइट को लगा कर यह सब मोबाइल कैमरे से शूट किया। इसके बाद आरोपियों ने वीडियो में यह गवाही दी कि इन्होंने यह भूत देखा है इसके बाद आरोपियों ने लोगों को डराने के इरादे से वीडियो वायरल कर दिया। और आरोपियों द्वारा शेयर किया गया यह वीडियो तेजी से वायरल भी हो गया। इस वीडियो के वायरल होने के बाद फत्तेपुर, देऊलगांव और जामनेर में दहशत का माहौल बन गया। लेकिन फत्तेपुर के कुछ समझदार लोगों को ये शक हो गया कि इस वीडियो के माध्यम से अंधविश्वास फैला कर लोगों में डर पैदा किया जा रहा है। उन लोगों ने तत्काल इसकी जानकारी पुलिस को दे दी और एक्शन मे आई फत्तेपुर औट पोस्ट की पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए वीडियो बनाने और वायरल करने वाले तीन आरोपियों को पकड़ लिया। आरोपियों ने पूछताछ में अपना गुनाह कुबूल कर लिया है की उन्होने ही कथित वीडियो एडिट करके वायरल की थी।
पुलिस कह रही ये बात…
संबंधित घटना को लेकर पहुर पुलिस थाने के असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर संजय बनसोड ने कहा कि, ‘ जिन लोगों ने यह कथित वीडियो वायरल किया था, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उन पर केस दर्ज कर लिया गया है। यह वीडियो बनावटी है। इलाके में कहीं कोई भूत-वूत नहीं है। यह वीडियो पूरी तरह से झूठ पर आधारित है और लोगों के मन में डर पैदा करने के लिए बनाया गया है। लोगों से अपील है कि भूत जैसी चीजों पर वे भरोसा ना करें। ऐसी कोई चीज़ नहीं होती है। कोई और भी अगर इस तरह की हरक़त दोहराने की कोशिश करेगा तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ’