April 18, 2025 3:20 am

चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने पर जोर, यात्रियों को मिलेगी हेलीकॉप्टर और बोट एंबुलेंस की सुविधा 

देहरादूनः उत्तराखंड में आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियां तेज हो गई है. ताकि चारधाम की यात्रा पर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराए जा सके. इसी क्रम में श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तमाम महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं. जिसके तहत न सिर्फ चारधाम यात्रा के मद्देनजर 154 एंबुलेंस तैनात की जाएगी. बल्कि हेलीकॉप्टर और बोट एंबुलेंस की भी सुविधा श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध रहेगी. इसके साथ ही चारधाम यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधाओं का भी विस्तार करने का निर्णय लिया है.

ज्यादा जानकारी देते हुए स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने बताया कि इस बार केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में दो नए अस्पताल खोले जा रहे हैं. केदारनाथ में 17 बेड और बदरीनाथ में 45 बेड के अस्पताल बनाए जा रहे है. जहां यात्रियों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी. इसके अलावा, चारधाम यात्रा मार्ग पर 25 विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी. ताकि श्रद्धालुओं को इमरजेंसी के दौरान तत्काल चिकित्सा सहायता दिया जा सके. इसके अलावा, इस साल यात्रा मार्ग में 20 मेडिकल रिलीफ पोस्ट (एमआरपी) और 31 स्वास्थ्य जांच केंद्र स्थापित किए जाएंगे. जो तीर्थयात्रियों की उच्च ऊंचाई से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं की जांच करेंगे.

साथ ही बताया कि देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और टिहरी जैसे ट्रांजिट जिलों में 37 स्थायी स्वास्थ्य केंद्रों को व्यवस्थित किया गया है. नई स्क्रीनिंग प्वाइंट बनाए जाने की योजना बनाई गई है. स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा मार्ग पर 154 एंबुलेंस तैनात करने का निर्णय लिया है. जिनमें 17 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस शामिल है. इसके अलावा, एम्स ऋषिकेश की ओर से संचालित हेलीकॉप्टर एंबुलेंस और टिहरी झील में बोट एंबुलेंस भी उपलब्ध रहेंगी. ताकि इमरजेंसी के दौरान श्रद्धालुओं को तत्काल चिकित्सा सुविधा का लाभ दिया जा सके.

स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि पिछले साल यानि 2024 में करीब 34 हजार से अधिक स्वास्थ्य संबंधित इमरजेंसी के मामले सामने आए थे. जिसमें 1,011 मरीजों को एंबुलेंस और 90 मरीजों को हेलीकॉप्टर से हॉयर सेंटर भेजा गया था. ऐसे में आगामी चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य मित्रों (फर्स्ट मेडिकल रिस्पॉन्डर) की संख्या बढ़ाई जाएगी. ताकि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को तत्काल चिकित्सा सहायता मिल सके. स्वास्थ्य सेवाओं को तकनीकी रूप से अपग्रेड किया जा रहा है. जिसके तहत ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल को अपग्रेड किया जाएगा. इसमें एक ई – बटन जोड़ा जाएगा. ताकि यात्रियों को इमरजेंसी के दौरान तुरंत सहायता मिल सके.

इसके अलावा, प्वाइंट ऑफ केयर टेस्टिंग डिवाइस के जरिए तीर्थयात्रियों की 28 महत्वपूर्ण स्वास्थ्य पैरामीटर की जांच तत्काल की जाएगी. स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने कहा कि पिछले साल लाखों श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा की थी. उच्च ऊंचाई से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के चलते कुछ श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हुई थी. इस बार स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक सुधार किया गया है. इसके लिए केंद्र सरकार से धनराशि स्वास्थ्य कर्मियों को प्रोत्साहन के रूप में मंजूर की गई है और गुप्तकाशी में 50 बेड के अस्पताल के लिए बजट स्वीकृत किया गया है.

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि इस बार तीर्थयात्रियों के लिए अनिवार्य रूप से अपने स्वास्थ्य की जानकारी देने को बढ़ावा दिया जाएगा. ताकि यात्रा से पहले ही हाई-रिस्क यात्रियों को चिन्हित किया जा सके. इसके अलावा, इमरजेंसी कॉल सेंटर को और मजबूत किया जाएगा. साथ ही यात्रा मार्ग पर होटल, धर्मशाला, खच्चर चालकों और अन्य स्थानीय सेवाओं से जुड़े लोगों को भी ट्रेनिंग दी जाएगी. ताकि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. साथ ही कहा कि राज्य सरकार की कोशिश है कि चारधाम यात्रा 2025 को श्रद्धालुओं के लिए न केवल आध्यात्मिक बल्कि स्वास्थ्य के दृष्टि से भी सुरक्षित और सुकूनदायक बनाया जाए.