मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना क्षेत्र के कोल्हुआ पैगम्बरपुर के जयप्रकाश नगर में इन दिनों पत्थर बरसने की अबूझ पहेली से लोग परेशान हैं. यहां एक गली में रात में हर घर पर पत्थर बरसते हैं. यह सिलसिला पिछले डेढ़ महीने से जारी है. महिलाओं का मानना है कि ये काम कोई और नहीं बल्कि चुडै़ल करती है. वे इसे प्रकोप मानकर रही हैं. इस वजह से यहां हर घर में रहने वाला शख्स डर के माहौल में जी रहा है.
ऐसा नवीन विद्या निकेतन स्कूल के सामने की गली में ऐसा हो रहा है. ये पत्थर सिर्फ घर पर और गली में गिरते हैं. हालांकि अब तक पत्थर किसी इंसान को नहीं लगा है. यह पत्थर रेलवे लाइन पर बिछाए जाने वाले हैं, यानि रेलवे ट्रैक पर बिछाए जाने वाले पत्थर घरों पर बरसते हैं. 200 से 250 ग्राम का ये पत्थर अगर किसी इंसान के सिर पर गिरेगा तो क्या हाल होगा. इसको लेकर मोहल्ले के लोग सहमे हुए हैं.
हालात ये है कि शाम होते ही महिलाएं और बच्चे घरों में कैद हो जाते हैं. पत्थर किस दिशा से आता है, यह लोग नहीं देख पाते हैं. पत्थर बरसने से कई घरों को नुकसान पहुंच रहा है. कई घरों की खिड़की के शीशे टूट गए हैं.
बीते बुधवार की रात करीब दस बजे फिर से घरों में पत्थर बरसे, जिससे कई लोगों के घर के शीशे टूट गए. रिटायर्ड कर्मचारी पवन झा की खिड़की के भी शीशे टूट गए. जब घरों पर पत्थर बरसे तो व्यवसायी अमरेंद्र मिश्रा ने इसकी सूचना एसएसपी राकेश कुमार को दी.
इसके बाद अहियापुर थाने की पुलिस दो जीप से मोहल्ले में पहुंची. दस से अधिक घरों के लोगों ने पुलिस को पत्थर दिखाए. पुलिस घरों पर गिरे पत्थर देख रही थी, तभी ललन श्रीवास्तव के घर पर पत्थर गिरा. हालांकि पुलिसकर्मियों ने काफी तलाश की, पर कोई नहीं मिला.
इलाके के लिए पत्थर बरसना एक अबूझ पहेली बनकर रह गया है. हालांकि लोगों को यह भी अंदेशा है कि ऐसा स्मैकिया गैंग कर रही है. स्थिति ये है कि लोग शाम 6 बजे के बाद से घर से बाहर नहीं निकलते. लोगों ने पत्थरों को जमा कर लिया है. कुछ महीने पहले भी ऐसा ही हुआ था, तब पुलिस ने गश्त की तो सब शांत रहा. इधर एक-डेढ़ महीने से फिर बरसने लगे हैं.
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