पौड़ी गढ़वाल: उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी दी गई है. वहीं दूसरी और सर्द मौसम में पौड़ी के जंगलों में आग लगनी शुरू हो गयी है. जंगलों में आग लगाने वालों की वन विभाग और पुलिस पहचान कर रही है.
आग लगने की कारणों की हो रही जांच
पौड़ी देवप्रयाग मोटर मार्ग पर द्वारीधार के समीप रात के समय कुछ शरारती तत्वों ने जंगल में आग लगाने की घटना को अंजाम दिया. जिसकी सूचना वन विभाग और पुलिस को दी गई. सूचना मिलते ही फायर की टीम और वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया और जंगल में आग लगाने वालों की खोज की जा रही है.
वन विभाग ने कहा-आरोपियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
वन विभाग पौड़ी गढ़वाल के अधिकारियों का कहना है कि फायर सीजन से पहले ही इस तरह की घटना होना चिंता का विषय है. लेकिन आग लगने की घटना का मुख्य कारण स्थानीय शरारती तत्व हैं, जिनके द्वारा इस सर्द मौसम में भी जंगलों में आग लगाई जा रही है. ऐसे लोगों की धर पकड़ करते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई भी की जाएगी.
DFO ने जताई शरारती तत्वों की आशंका
डीएफओ सिविल सोयम पवन नेगी ने बताया कि पौड़ी शहर के समीप के जंगलों में कुछ शरारती तत्वों ने आग लगाने की घटना को अंजाम दिया. DFO ने बताया कि सूचना मिलते ही उनकी टीम ने फायर की टीम के साथ मिलकर आग पर काबू पा लिया. उन्होंने बताया कि लगातार उनकी टीम गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक कर रही है कि जंगलों में आग लगाने के क्या दुष्प्रभाव हैं और उसके मुख्य कारण क्या होते हैं. फायर सीजन से पहले ही उन्होंने अपनी तैयारियां शुरू कर ली हैं लेकिन जिस तरह से शहर के समीप शरारती तत्व जंगल में इस तरह की घटना कर रहे हैं, भविष्य में यह काफी खतरनाक हो सकता है. ऐसे लोगों की पहचान की जाएगी और उनके विरुद्ध नियम अनुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. वन विभाग आसपास के सीसीटीवी कैमरों को भी खंगालने का काम कर रहा है.