देहरादून: उत्तराखंड राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदेश में हरिद्वार को छोड़कर शेष 12 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराए जाने के निर्णय का स्वागत करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से इसे संगठन विस्तार के उत्सव की तरह लेने का आह्वान किया है।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी एव मुख्य मीडिया समन्वयक राजीव महर्षि ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा तथा नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने इस चुनाव को पूरी गंभीरता से लड़ कर पार्टी की विचारधारा को जन जन तक पहुंचाने का एक बेहतर अवसर बताया है और इसके लिए पार्टी के सभी समर्पित कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है।
महर्षि ने कहा कि प्रदेश में लंबे समय से पंचायती राज व्यवस्था को राज्य सरकार द्वारा स्थगित रखा गया है। ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत तक सब कुछ जनप्रतिनिधित्व विहीन हो गया था। जिला सरकार नाम की यह व्यवस्था कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद पहले प्रशासनिक अधिकारियों को तैनात किया गया, फिर इसे प्रयोगशाला बनाते हुए जनप्रतिनिधियों को ही प्रशासक बनाया गया और इसी माह एक बार फिर पंचायतों को नौकरशाही के अधीन कर दिया गया था। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सरकार अब पंचायत चुनाव के लिए तैयार हुई है, इसलिए इस अवसर का पार्टीजनों द्वारा लाभ उठाया जाना चाहिए। महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज और राजीव गांधी जी द्वारा पंचायती राज कानून लागू किए जाने से एक बड़ा स्वप्न साकार हुआ था। ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत तक सभी पदों पर पार्टी कार्यकर्ताओं को बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग करने की जरूरत है, ताकि प्रदेश में कांग्रेस द्बारा फिर एक बार जनादेश प्राप्त किया जाए।
महर्षि ने कहा कि पंचायत चुनाव वर्ष 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव का पूर्वाभ्यास है, इसलिए इसे बहुत संजीदगी से लेने की जरूरत है। पंचायत चुनाव की पृष्ठभूमि ही अगले चुनाव में कांग्रेस को वापस सत्तारूढ़ करने का आधार बनेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष करण महरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य स्वयं पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों को आशीर्वाद प्रदान करने के लिए जिलों का दौरा करेंगे। ग्राम पंचायत स्तर पर भी पार्टी कार्यकर्ताओं को विचारधारा की दृष्टि से अपनी श्रेष्ठता सिद्ध करने का यह बेहतर अवसर है, इसमें कोई कोरकसर नहीं छोड़ी जानी चाहिए।