देहरादून: उत्तराखंड में मॉनसून पूरी तरह से सक्रिय हो गया है. जिसको देखते हुए मौसम विभाग ने अगले तीन दिन तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में भारी से भारी बारिश की संभावना जताई है. 29 और 30 जून को देहरादून समेत उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, उधम सिंह नगर और हरिद्वार जिले को मौसम विभाग ने अत्यधिक भारी बारिश को देखते हुए रेड अलर्ट पर रखा है.
मौसम विभाग द्वारा की गई बारिश की भविष्यवाणी सही साबित हो रही है. उत्तरकाशी के यमुनोत्री हाईवे पर पालीगाड़ ओजरी डाबरकोट के बीच सिलाई बैंड के पास बादल फटा है. जबकि रुद्रप्रयाग में लगातार 36 घंटे से जारी बारिश के कारण अलकनंदा और मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ गया है. इसके अलावा बदरीनाथ और केदारनाथ हाईवे पर जगह-जगह मलबा आने से बाधित हो गया है. बारिश के कारण नदी नाले पर उफान पर हैं.
हरिद्वार में गंगा का जलस्तर बढ़ा: पहाड़ों में हो रही बारिश से ऋषिकेश और हरिद्वार का गंगा का जलस्तर भी बढ़ गया है. हरिद्वार में गंगा चेतावनी रेखा से करीब 30 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. दोपहर 1 बजे करीब हरिद्वार में गंगा 292.70 मीटर बह रही है. जबकि गंगा का वार्निंग लेवल 293 मीटर है.
पुलिस करा रही घाट खाली: गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद हरिद्वार पुलिस ने सभी गंगा घाटों पर अनाउंसमेंट करते हुए नदी के बीच जाने वालों को सतर्क कर रही है. जबकि कुछ गंगा घाटों को खाली करा दिया गया है. पुलिस ने रेस्क्यू टीमों को अलर्ट रखा गया है. हरिद्वार पुलिस लगातार आमजन से भी अपील कर रही है कि वह अपने घर में बन रहे. अति आवश्यक स्थिति में ही घर से बाहर निकले.
ऋषिकेश में नदी नाले उफान पर: ऋषिकेश में रात से हो रही है मूसलाधार बारिश की वजह से कई इलाकों में जल भराव हो गया है. श्यामपुर के गड़ी क्षेत्र में उफान पर आए ग्वेला नाले के रौद्र रूप को देखकर ग्रामीण डरे हुए हैं. करीब 400 परिवारों का संपर्क इस नाले के उफान पर आने से ऋषिकेश से कट गया है. अस्थाई रूप से बनाया गया रैंप पुल नाले के उफान से क्षतिग्रस्त होकर डूब गया है. जेसीबी से नाले में बह कर रैंप पुल पर अटके पेड़ पौधों को हटाकर आवागमन की व्यवस्था बनाने की कोशिश की जा रही है. बिजली के खंभे भी कई जगह नीव कमजोर होने की वजह से झुक गए हैं और कई जगह सड़कों में गड्ढे हो गए हैं. जिससे गड़ी श्यामपुर में रात से बिजली भी गुल है.
बंगाली नाले के उफान में आने से भी कई ग्रामीण इलाकों में जल भराव हो गया है. ठाकुरपुर पांडे प्लॉट में भी जल भराव से कई लोगों के घरों को नुकसान हुआ है. तहसील प्रशासन की टीम ग्रामीण इलाकों में हुई आपदा का जायजा लेने के लिए रवाना हुई है. निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य रीना रांगड़ ने बताया कि हर साल बरसात के मौसम में ग्वेला नाले के उफान पर आने से ग्रामीण परेशान होते हैं. स्थाई समाधान के लिए कई बार प्रशासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया। लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से समस्या का समाधान नहीं हुआ है.
रामनगर में बरसाती नाला उफान पर: नैनीताल जिले में देर रात से लगातार मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी है. जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. भारी बारिश के चलते कई बरसाती नाले उफान पर आ गए हैं. रामनगर क्षेत्र के भंडारपानी-पाटकोट मोटर मार्ग पर स्थित टेड़ा तिलमट मंदिर के समीप एक बरसाती नाला पूरी तरह से उफान पर आ गया है. इस नाले पर पुल या कोई स्थाई मार्ग नहीं होने की वजह से राहगीरों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. खास तौर पर दोपहिया वाहन चालक जान को जोखिम में डालकर तेज बहाव वाले नाले को पार करने पर मजबूर हैं.
नेशनल हाईवे 309 बाधित: वहीं रामनगर से कुमाऊं और गढ़वाल को जोड़ने वाले प्रमुख मार्ग नेशनल हाईवे-309 पर स्थित धनगढ़ी नाला मूसलाधार बारिश के कारण उफान पर आ गया. हाईवे से गुजरने वाला वाहन यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है. जिससे आम जनता और पर्यटकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
ढिकुली नाला का रौद्र रूप: उधर इसी हाईवे पर ढिकुली नाला भी तेज बारिश के कारण उफान पर आ गया है. जिस कारण लगभग आधा घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही. कई वाहन बीच रास्ते में फंसे रहे और ट्रैफिक को संभालने के लिए पुलिस को मौके पर तैनात होना पड़ा. प्रशासन ने यात्रियों और स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें. भारी बारिश की संभावना को देखते हुए सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा गया है.