देहरादून: प्रदेश में एक राज्य स्तरीय और दो मंडल स्तरीय संग्रहालय का निर्माण होगा। इसके अलावा हर जिले में सभागार बनाया जाएगा तो वहीं अब वृद्ध व अस्वस्थ कलाकारों को मासिक पेंशन तीन हजार से बढ़कर छह हजार रुपये तक मिलेगी। इसके अलावा संस्कृति विभाग में सूचीबद्ध सांस्कृतिक कलाकारों को मानदेय अब नॉर्थ जोन कल्चरल सेंटर की तर्ज पर दिया जाएगा। शुक्रवार को देहरादून में आयोजित निनाद महोत्सव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसकी घोषणा की।
निंबूवाला में आयोजित निनाद महोत्सव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कलाकारों के हित में चार घोषणाएं की। उन्होंने वृद्ध और आर्थिक रूप से कमजोर कलाकारों व लेखकों की मासिक पेंशन में तीन हजार रुपये की वृद्धि की। इसके अलावा संस्कृति विभाग के अंतर्गत सूचीबद्ध सांस्कृतिक दलों के कलाकारों का मानदेय और अन्य व्यवस्थाएं भारत सरकार के उपक्रम नॉर्थ जोन कल्चरल सेंटर की तर्ज पर दिए जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि हर जिले में एक प्रेक्षागृह का निर्माण कराया जाएगा।
इसके साथ ही सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण व प्रदर्शन के लिए प्रदेश में एक राज्य स्तरीय संग्रहालय और कुमाऊं व गढ़वाल मंडल में एक-एक मंडल स्तरीय संग्रहालय का निर्माण होगा। वहीं, कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सांस्कृतिक संगम इस बात का भी प्रमाण है कि भौगोलिक सीमाएं हमें बांट नहीं सकती, हम सब एक साझा विरासत और एक साझा हिमालय की चेतना से जुड़े हुए हैं। राज्य आंदोलनकारियों की स्मृति हमें याद दिलाती है कि यह राज्य हमें कितनी कठिनाइयों, बलिदानों और जनसमर्पण के बाद मिला है। उनकी यादों को संजोना और नई पीढ़ी को उस संघर्ष की प्रेरणा देना हम सबका कर्तव्य बनता है।
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