December 21, 2025 4:27 pm

पुलिस से बेखौफ पिस्टल तानने वाले गलीबाज़ बिल्डर पुनीत ? इस बार की कॉलोनी अध्यक्ष से मारपीट, मुकदमा दर्ज….

देहरादून: ख़बर बताते चले की देहरादून की पॉश और महत्वपूर्ण माने जाने वाली कॉलोनी एटीएस कॉलोनी में देर रात फिर दिखा दबंग बिल्डर का खौफभरा अंदाज़  देखने को मिला। प्राप्त जानकारी के अनुसार रजिस्टर्ड  RWA  कॉलोनी के अध्यक्ष अजय सिंह शुक्रवार रात लगभग 11 बजे देर घर लौटे थे। आरोप है कि तभी वहां पहले से ताक में बैठे पुनीत अग्रवाल ने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर समिति के  अध्यक्ष पर जानलेवा हमला कर दिया। इस दौरान स्थानिय बिल्डर्  पुनित अग्रवाल ने कॉलोनी के अध्यक्ष अजय सिंह के खिलाफ जमकर गाली गलौज एवं  अभद्र शब्दों का भी इस्तेमाल किया । जब सोसाइटी वालों ने मारपीटाई होते देखी तो वीडियो बनाया । जो सोशल मीडिया पर जमकर  वायरल हो रहा है ।

हालांकि, आरोपी बिल्डर पुनीत अग्रवाल हमेशा अपने साथ हथियार रखता हैं इस डर से स्थानीय कॉलोनी वासियों ने बीच बचाव नहीं किया । देर रात स्थानीय लोगों ने 112 पर पुलिस को सूचना दी। बताया  जा रहा है कि शुरुआत मे पुलिस आरोपी पर कार्रवाई करने के बजाय अध्यक्ष अजय सिंह और कॉलोनीवालों को ही धमकाने लगी। इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध बनी हुई है। मारपीट की इस घटना में अध्यक्ष की कार को भी  क्षतिग्रस्त कर दिया गया। लेकिन जब मामला मीडिया मे पहुंचा तो दबाव मे आकर पुलिस ने शनिवार रात आरोपी बिल्डर पुनीत पर मुकदमा दर्ज कर लिया।

  • मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सुरक्षा की गुहार । सहस्रधारा रोड स्थित vip ए टी एस  कॉलोनी में फिर एक बार दिखी बिल्डर की दबंगई, रजिस्टर्ड आवासीय कॉलोनी के अध्यक्ष से देर रात की मारपीट!
  • सोसायटीवासी लगातार हो रही घटना से है भयभीत, किसी बड़े हादसे का सता रहा है डर ।
  • कॉलोनी के बच्चों पर पिस्तौल लहराने , नगर निगम की जमीन कब्जाने से लेकर मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण एमडीडीए से गलत तरह से नक्शा पास कराने के भी लग रहे हैं हैं गलीबाज़ बिल्डर पर आरोप!

आपको बता दें कि आरोपी बिल्डर ने बीती दिवाली के दौरान भी कॉलोनी के बच्चों पर सिर्फ इस वजह से पिस्टल तान दी थी कि बच्चे कॉलोनी के पार्क के बाहर पटाखे जला रहे थे। वहीं, आरोपी पूर्व में यहां पर नगर निगम की जमीन भी कब्जाने का प्रयास कर चुका है। कॉलोनीवासियों के घोर एतराज के बाद मामले में नगर निगम की टीम ने कई दिनों की मशक्कत के बाद मौके पर अपनी जमीन को कब्जामुक्त कराया था। तब भी उक्त बिल्डर पुनीत अग्रवाल द्वारा टीम को डराने धमकाने का प्रयास किया गया था। सोसाइटी  वासियों का आरोप है की बिल्डर पुनीत  द्वारा कॉलोनी में तथ्यों को छुपाकर एम डी डी ए  से नक्शा पास कराया गया था।  इस मामले की जांच के लिए मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने जांच कमेटी भी बनाई जिसकी रिपोर्ट में स्पष्ट हो गया कि आरोपी ने तथ्यों को छुपाकर सेटबैक में नक्शा पास कराया था।

रेजिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशन एटीएस के रहवासियों का आरोप है कि  एमडीए द्वारा इस प्रकरण में ठोस निर्णय नहीं लिया गया । यहां यह भी बताना महत्वपूर्ण है कि सहस्त्र धारा रोड स्थित इस महत्वपूर्ण कॉलोनी में राज्य के कई वरिष्ठ अधिकारी सेवा से रिटायर्ड बुजुर्ग महिलाएं बच्चे आदि निवास करते हैं इस तरह के  vip कॉलोनी में पिछले लंबे समय से कॉलोनी निवासी एवं बिल्डर पुनीत अग्रवाल के बीच विवाद चला रहा है जिसका  पटाक्षेप किसी भी स्तर पर नहीं हो पा रहा है। समिति के रहवासियों ने बताया कि वे इस तरह की  घटना से भयभीत हैं और इस तरह की घटना किसी बड़े हादसे की ओर इशारा कर रही है। अगर समय रहते शासन प्रशासन और सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया तो एक दिन बड़ी घटना के घटना से इनकार नहीं किया जा सकता ।।

आरोपी बिल्डर पर हुआ मुकदमा दर्ज

फिलहाल शनिवार रात को आरोपी बिल्डर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है  पुलिस के मुताबिक दिनांक 19.12.2025 को रात्रि लगभग 22:30 बजे ए.टी.एस. हैवेनली फुटहिल्स कॉलोनी, सहस्त्रधारा रोड, देहरादून क्षेत्र में मारपीट एवं विवाद की सूचना प्राप्त हुई, तत्समय पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया गया। घटना के संबंध में कॉलोनी निवासी अजय सिंह पुत्र डॉ. एस.के. सिंह, निवासी 120 ए.टी.एस. कॉलोनी, सहस्त्रधारा रोड, देहरादून, द्वारा आज दिनाक 20.12.25 को थाना रायपुर में तहरीर दी गई कि कॉलोनी निवासी पुनीत अग्रवाल एवं उसके साथ मौजूद एक अन्य व्यक्ति द्वारा उनकी गाड़ी को सड़क पर रोककर गाली-गलौच, मारपीट, जान से मारने की धमकी दी गई तथा ईंट मारकर वाहन का शीशा क्षतिग्रस्त किया गया। तहरीर के अनुसार घटना के दौरान बीच-बचाव करने आए कुछ अन्य व्यक्तियों के साथ भी अभद्रता व मारपीट की गई। अजय सिंह की तहरीर के आधार पर विपक्षी पुनीत अग्रवाल व उसके अन्य एक साथी के विरुद्ध थाना रायपुर में  सुसंगत धाराओं 115 (2), 352, 351(2), 324(4), 126(2) में अभियोग पंजीकृत किया गया है। साक्ष्यों का संकलन कर विवेचना के आधार पर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी।