May 9, 2025 12:29 am

उत्तराखंड में आज भी होगी धुआंधार बारिश, इन 3 जिलों में है औरेंज अलर्ट

देहरादून: उत्तराखंड में अप्रैल के अंतिम सप्ताह में शुरू हुआ बारिश का दौर जारी है. आज भी उत्तराखंड के अनेक जिलों में आंधी, तूफान, बारिश, ओलावृष्टि और बर्फबारी का अलर्ट जारी है. 3 जिलों में औरेंज अलर्ट है. बारिश का ये सिलसिला और आगे बढ़ते हुए 13 मई तक जारी रहेगा.

आज 11 जिलों में होगी बारिश

उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज गुरुवार 8 मई को उत्तराखंड के 11 जिलों में बारिश होगी. इनमें गढ़वाल मंडल के 6 और कुमाऊं मंडल के 5 जिले शामिल हैं. गढ़वाल मंडल के उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल और देहरादून जिलों में बारिश होगी. इनमें से उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग में अनेक जगह हल्की से मध्यम बारिश होगी. वहीं टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल और देहरादून जिलों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान मौसम विभाग ने लगाया है.

यहां होगी बारिश

कुमाऊं मंडल के 5 जिलों पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चंपावत और नैनीताल में बारिश होगी. इनमें पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों के अनेक स्थानों पर बारिश होगी तो अल्मोड़ा, चंपावत और नैनीताल में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है. गढ़वाल मंडल के हरिद्वार और कुमाऊं मंडल के उधम सिंह नगर जिले में बारिश नहीं होगी. यहां आज मौसम शुष्क रहने का अनुमान है. मौसम विभाग ने कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़, बागेश्वर और अल्मोड़ा जिलों में आंधी-तूफान, बारिश और ओलावृष्टि को देखते हुए औरेंज अलर्ट जारी किया है. लोगों को इस दौरान सावधान रहने की सलाह दी गई है.

13 मई तक जारी रहेगा बारिश का सिलसिला

मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों का कहना है कि बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलें. इसके साथ ही नदी-नालों और गाड़-गदेरों के आसपास नहीं जाने की सलाह दी गई है. पहाड़ी इलाकों में बारिश होने पर इन जलस्रोतों का जलस्तर अचानक बढ़ सकता है, जो खतरनाक साबित हो सकता है. मौसम विभाग के अनुसार बारिश का ये सिलसिला शुक्रवार 9 मई से लेकर 13 मई तक जारी रहेगा. 10 और 11 मई को पूरे उत्तराखंड में बारिश का अनुमान है. 13 मई को हालांकि बारिश का दायरा सिमटकर 8 जिलों में ही रह जाएगा.

चारधाम का तापमान

आजकल उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा चल रही है. लाखों श्रद्धालु चारधाम के दर्शन करने आ रहे हैं. ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हम चारधाम में तापमान कैसा है, ये बताते हैं. उत्तरकाशी जिले में स्थित मां गंगा के यमुनोत्री धाम में बहुत अधिक ठंड है. यहां का अधिकतम तापमान 3° और न्यूनतम तापमान -4° सेल्सियस है. यमुनोत्री की यात्रा पर जा रहे हैं तो अपने साथ गर्म कपड़े जरूर रख लें.

गंगोत्री धाम का तापमान

उत्तरकाशी जिले में ही स्थित गंगोत्री धाम में भी कड़ाके की ठंड है. हालांकि राहत की बात ये है कि यहां का न्यूनतम तापमान जो अभी तक माइनस में चल रहा था वो अब ऊपर आ गया है. फिर भी यहां कंपकंपी छुड़ाने वाली ठंड है. गंगोत्री धाम का अधिकतम तापमान 9° और न्यूनतम तापमान 2° सेल्सियस है. यहां के लिए भी आपको गर्म कपड़े चाहिए होंगे.

केदारनाथ का टेंपरेचर

भगवान भोलेनाथ के धाम केदारनाथ में अभी भी न्यूनतम तापमान माइनस में है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां कितनी कड़ाके की ठंड है. केदारनाथ का अधिकतम तापमान 6° और न्यूनतम तापमान -2° सेल्सियस है. दरअसल केदारनाथ धाम ऊंचाई पर स्थित है. एक तो इसकी बर्फीली चोटियों से सर्द हवाएं आती हैं, दूसरा बर्फ पिघलाकर अपने साथ ला रही मंदाकिनी नदी यहां के तापमान को बहुत ठंडा कर देती है.

बदरीनाथ धाम में कड़ाके की ठंड

बदरीनाथ धाम बहुत ठंडा है. यहां अधिकतम तापमान 3° और न्यूनतम तापमान -3° सेल्सियस है. देखा जाए तो चारों ही धामों में कड़ाके की ठंड है. मैदानी क्षेत्रों से चारधाम यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं को सरकार भी लगातार सलाह दे रही है कि पूरी तैयारी यानी गर्म कपड़े लेकर ही आएं. इसके साथ ही जिन लोगों का स्वास्थ्य खराब रहता है और वो दवाइयां लेते हैं, तो उसकी भी व्यवस्था करके आएं. जिन लोगों को ब्रीदिंग प्रॉब्लम है, उन्हें इतने ठंडे मौसम में परेशानी हो सकती है. इसलिए डॉक्टर की सलाह लेकर ही पहुंचें.