देहरादून: उत्तराखंड में लंबे जद्दोजहद जहाद के बाद पंचायत चुनाव को हरी झंडी मिल गई है. पंचायत चुनाव को हरी झंडी मिलने के बाद प्रदेश में फिर से पॉलिटिक्स तेज हो गई है. अब बीजेपी पंचायत चुनाव को लेकर वापस फ्रंट फुट पर खेल रही है. वहीं, कांग्रेस अब भी बीजेपी को कोसने में लगी है.
उत्तराखंड नैनीताल हाई कोर्ट में चली लंबी बहस के बाद आखिरकार उत्तराखंड में पंचायत चुनाव को लेकर कोर्ट ने हरी झंडी दे दी है. राज्य निर्वाचन आयोग पहले ही अधिसूचना को स्थगित कर चुका था, लेकिन राज्य निर्वाचन द्वारा पंचायत चुनाव को लेकर एक बार फिर से कार्यक्रम जारी किया जाएगा. वहीं, इस पूरे मामले पर अब एक बार फिर से बीजेपी फ्रंटफुट पर आ गई है. हाईकोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद भाजपा अपनी पीठ थपथपाती रही है.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि वह उच्च न्यायालय का सम्मान करते हैं. कोर्ट द्वारा जो दिशा निर्देश प्राप्त हुए हैं उन दिशा निर्देशों के अनुसार कोर्ट ने चुनाव पंचायत चुनाव पर लगी रोक को हटा दी गई है. उन्होंने कहा कई लोग सरकार द्वारा किए गए आरक्षण परिसीमन और चुनाव की प्रक्रिया को लेकर न्यायालय की शरण में गए थे. जहां न्यायालय ने सभी तथ्यों को सही पाया. आखिरकार फैसला सरकार के पक्ष में आया है. इसके बाद कोर्ट ने अब चुनाव पर रोक हटा दी है.
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कोर्ट केस फैसले से साबित हुआ है कि पिछले कई दिनों से शोर मचा रहा विपक्ष और केवल अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए कोर्ट गए. आज याचिकाकर्ताओं को मुंह की खानी पड़ी है. उन्होंने कहा सरकार जो भी फैसला लेती है वह नियमों के अनुसार और विधान के अनुसार लिया जाता है.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा चुनाव पर रोक हट गई है. भारतीय जनता पार्टी चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है. उनकी पूरी टीम लगातार ग्राउंड पर एक्सरसाइज कर रही है. अपने योग्य उम्मीदवारों को तलाशने का काम लगातार जारी है. उन्होंने कहा जब भी राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव की नई तिथि जारी करेगा उनकी टीम एक्शन में आ जाएगी.