देहरादून: बदरी-केदार मंदिर समिति ने बड़ा निर्णय लिया है. मंदिर समिति ने बदरीनाथ मंदिर के बाहर फोटो खिंचवाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. मंदिर समिति ने दो जुलाई की घटना के बाद ये निर्णय लिया है. साथ ही दो जुलाई को बदीरनाथ मंदिर के बाहर लड़ाई का जो वीडियो सामने आया है, उसका भी मंदिर समिति ने संज्ञान लिया और धाम में अमर्यादित व्यवहार करने वाले व शरारती तत्वों पर कार्रवाई करने की बात कही है.
पहले जानिए पूरा मामला: दरअसल, बदरीनाथ मंदिर के ठीक सामने सिंहद्वार की सीढ़ियों पर भक्तों की लड़ाई हो गई थी. दोनों गुटों में जमकर मारपीट भी हुई, जिसका वीडियो भी सामने आया है. मामला इतना बढ़ गया था कि पुलिस को बीच-बचाव कराना पड़ा था.
पहले कहा जा रहा था कि भक्तों की लड़ाई मंदिर में दर्शन को लेकर हुई है. लेकिन बाद में बदरी-केदार मंदिर समीति ने बताया कि ये झगड़ा दर्शन को लेकर नहीं था, बल्कि भक्त आपस में ही फोटों खिंचवाने को लेकर लड़े थे.
इस वीडियो को बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी से फोन पर बात की. उन्होंने बताया कि वो इस वक्त दिल्ली में मौजूद है. वीडियो उनके संज्ञान में भी आया है. उन्होंने बताया कि पहले से ही मंदिर के 50 मीटर के दायरे में फोटोग्राफी और किसी तरह की वीडियोग्राफी जैसे रील्स आदि पर बनाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है. फिर भी कुछ लोग नियमों का उल्लंघन कर रहे है. हालांकि अब इस सख्ती के साथ लागू किया जाएगा और बदरीनाथ धाम के सिंहद्वार के ठीक आगे सीढ़ियों पर खड़े होकर फोटो खिंचवाने पर अब पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा.
बीकेटीसी ने भक्तों से अपील की है कि सिंहद्वार के आगे निर्धारित खुले परिसर में फोटो खिंचवायें. धामों की गरिमा बनाये रखें. इस तरह का व्यवहार करने से आम जनमानस में गलत संदेश जाता है.