हरिद्वार: उत्तरकाशी के धराली में आई आपदा के बाद कई सामाजिक संस्था और संगठन पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए हैं. योग गुरु बाबा रामदेव ने भी धराली के आपदाग्रस्त लोगों के लिए राहत सामग्री रवाना की है. बाबा रामदेव ने पतंजलि योगपीठ के माध्यम से शनिवार को पतंजलि योगपीठ फेस टू से राहत सामग्री से भरे ट्रकों को धराली के लिए रवाना किया. योग गुरु बाबा रामदेव ने धराली में आई आपदा और उसके पीड़ितों के लिए संवेदना व्यक्त की और आपदाग्रस्त लोगों के साथ खड़े होने और उनको हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है.
पतंजलि योग पीठ की तरफ से रोजमर्रा में इस्तेमाल किए जाने वाला राशन, दाल, तेल आदि और तिरपाल धराली के पीड़ितों के लिए रवाना किया गया है. उन्होंने कहा कि, हमें एक बार फिर से सोचना होगा कि उत्तराखड की बसावट कैसी हो? जिससे कि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी लोगों की जान जोखिम में न पड़े, जनहानि न हो, बार-बार आ रही आपदाओं से रूबरू न होना पड़े. इसके लिए आत्मनिरीक्षण की आवश्यकता है.
गुरु बाबा रामदेव का कहना है कि उत्तराखंड में, चूंकि हिमालय की संरचना ऐसी है कि कच्चे पहाड़ हैं और वह दरकते रहते हैं. बादल फटने की घटना भी सामने आती रहती है. ऐसे में सोचना होगा कि उत्तराखंड की बसावट कैसी हो? जिससे कि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी लोगों की जान जोखिम में ना पड़े. जनहानि न हो और जो यह बार-बार आपदाएं देखनी पड़ रही हैं, इनसे रूबरू न होना पड़े.
उन्होंने बताया कि पतंजलि योग पीठ की तरफ से जो राहत सामग्री भेजी है, वह तात्कालिक रूप से धर्म उत्तरदायित्व बनता है कि पीड़ितों की किसी तरह सहायता की जाए. उत्तराखंड के जो भी आपदाग्रस्त लोग हैं, उनके जीवन की सुरक्षा के लिए उनको दोबारा से खड़ा करने के लिए सरकार अपना काम करेगी. क्योंकि लोगों की पूरी जिंदगी की कमाई, उनकी जमीन बह गई. इस आपदा में उनका पूरा सब कुछ खत्म हो गया है. सबके लिए सरकार के अलावा जो भी पतंजलि से बन पाएगा, हर संभव प्रयास किया जाएगा.
बता दें कि उत्तरकाशी के धराली में पांच अगस्त को आपदा आई थी. इस आपदा में पूरा धराली बाजार मलबे के ढेर में दब गया. कई जिंदगियां 50 फीट मलबे के नीचे दबी हुई हैं, जिसकी तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है.